नए जिला चिकित्सा अधिकारी के आने के बाद अस्पताल व्यवस्था बिगड़ी, गर्भवती महिलाएं घंटों लाइन में, अधिकारी फोन पर उपलब्ध नहीं

कबीरधाम। गृह मंत्री के गृह जिले कबीरधाम में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ ही दिन पहले पदभार संभालने वाले नए जिला चिकित्सा अधिकारी के कार्यकाल की शुरुआत में ही जिला अस्पताल की अव्यवस्था उजागर हो गई है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में जिला अस्पताल का हाल स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। वीडियो में गर्भवती महिलाएं और अन्य मरीज घंटों लंबी कतार में खड़े दिखाई देते हैं। इनमें से कई महिलाएं प्रसव के अंतिम चरण में हैं, जिन्हें तत्काल जांच और उपचार की आवश्यकता होती है।
“निष्क्रियता से बिगड़े हालात”
मरीजों का कहना है,मरीजों को समय पर पर्ची नहीं मिल पा रही, डॉक्टरों की समय पर उपलब्धता कम हो गई है और कई आवश्यक सेवाएं बाधित हैं।
अधिकारी और अधीक्षक फोन पर “ग़ायब”
मामले की गंभीरता पर प्रतिक्रिया लेने के लिए जब जिला चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका मोबाइल फोन वॉइस कॉल फॉरवर्ड पर पाया गया। अस्पताल अधीक्षक से संपर्क का प्रयास भी विफल रहा। इस रवैये से जनता में नाराज़गी और अधिक बढ़ गई है।
निजी अस्पतालों की ओर बढ़ेगा रुख
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जिला अस्पताल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो मरीज मजबूरन निजी अस्पतालों का रुख करेंगे, जहां उपचार महंगा होने के कारण गरीब वर्ग पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
गृह मंत्री का गृह जिला होने के बावजूद हालात खराब
कबीरधाम गृह मंत्री का गृह जिला है, ऐसे में नागरिक सवाल उठा रहे हैं कि यदि मंत्री के गृह जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर है, तो अन्य जिलों की स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि अस्पताल की लचर व्यवस्था को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।