प्राइवेट स्कूल वाहन चालकों को अग्नि सुरक्षा एवं आपातकालीन बचाव का प्रशिक्षण कवर्धा 05 जनवरी 2025

कवर्धा पीजी कॉलेज ग्राउंड में जिला प्रशासन के तत्वावधान में एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य प्राइवेट स्कूलों के वाहन चालकों और परिचालकों को अग्नि सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए जागरूक करना था। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला पुलिस अधीक्षक नागेंद्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में जिला अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं, ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ की संयुक्त टीम ने भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
1. वाहनों का निरीक्षण और सुरक्षा मानकों की जांच
प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल बसों और अन्य स्कूल वाहनों के तकनीकी निरीक्षण से हुई। ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ अधिकारियों ने वाहन के ब्रेक, टायर, फायर एक्सटिंग्विशर, इमरजेंसी एग्जिट और अन्य सुरक्षा उपकरणों की जांच की। यह सुनिश्चित किया गया कि सभी वाहन सुरक्षित हैं और परिवहन के लिए मानकों के अनुरूप हैं।
2. मॉक ड्रिल और अग्नि सुरक्षा का डेमो
मॉक ड्रिल का नेतृत्व फायर प्रभारी श्री के.के. श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने टीम के साथ मिलकर एक डेमो प्रस्तुत किया जिसमें स्कूल बस में आग लगने की स्थिति में बच्चों को बचाने और सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझाया गया। इस दौरान फायरमैन सुरेन्द्र धुर्वे, विनीत धावलकर और विनोद साहू ने फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य उपकरणों के सही उपयोग का प्रदर्शन किया।
3. आपातकालीन बचाव तकनीकों का प्रशिक्षण
कार्यक्रम में वाहन चालकों और परिचालकों को आपातकालीन बचाव तकनीकों की जानकारी दी गई। उन्हें सिखाया गया कि वाहन में आग लगने की स्थिति में घबराए बिना किस प्रकार बच्चों को सुरक्षित निकाला जा सकता है। इसके अलावा, आपातकालीन एग्जिट का सही उपयोग, आग बुझाने वाले यंत्रों को सक्रिय करना, और अग्नि से बचने के उपाय भी विस्तार से समझाए गए।
4. जागरूकता और जिम्मेदारी पर बल
जिला पुलिस अधीक्षक नागेंद्र कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों की सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। स्कूल वाहनों में सुरक्षा मानकों का पालन करना और चालकों को समय-समय पर प्रशिक्षण देना आवश्यक है। उन्होंने सभी स्कूल प्रबंधन से अपील की कि वे अपने वाहनों में नियमित रूप से सुरक्षा उपकरणों की जांच कराएं और सुनिश्चित करें कि उनके चालक प्रशिक्षित हैं।
जनहित में महत्वपूर्ण संदेश
फायर प्रभारी श्री के.के. श्रीवास्तव ने आगाह किया कि गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाएं अधिक होती हैं, इसलिए वाहनों में अग्निशमन उपकरणों का होना अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि वाहन चालकों को हमेशा धैर्य और सूझबूझ से काम लेना चाहिए और सुरक्षा के हर संभव उपाय करने चाहिए।
उपस्थित अधिकारी और प्रतिभागी
इस कार्यक्रम में जिला अग्निशमन अधिकारी, ट्रैफिक पुलिस अधिकारी, आरटीओ, और स्कूल वाहन चालक एवं परिचालक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभी ने प्रशिक्षण का लाभ उठाया और सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने का संकल्प लिया।
यह संयुक्त प्रशिक्षण शिविर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल वाहन चालकों और परिचालकों में जागरूकता बढ़ती है, बल्कि स्कूल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों को भी सुरक्षा उपायों को लागू करने की प्रेरणा मिलती है।