आदिवासी बच्चे अध्ययन छोड़ नजर आ रहे सफाई करते सफाई कर्मी नही होने के कारण बच्चों से कराया जा रहा सफाई।

बोड़ला – जिले के बोड़ला नगर में संचालित आदिवासी बालक आश्रम विधालय बोड़ला में शिक्षा की गुणवत्ता का अंदाजा आप यहीं से लगा सकते हैं कि छोटे बच्चे जो स्कूल शिक्षा ग्रहण करने को आते है उन्हें पहले पुरी स्कूल भवन के साथ ही साथ मैदान को झाड़ू मारकर साफ कराया जा रहा। सामने प्रधान पाठक खड़े है और बच्चे झाड़ू लगा रहे है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से महज 100 मीटर की दूरी पर विद्यालय संचालित होता है ऐसे में अन्य वानंचल की स्थिति क्या होगी।
सुदूर वनांचल के आदिवासी परिवार के बच्चे जिन्हें उनके परिजन इसलिए अपने से दूर रखकर आश्रम में निवास करते हैं ताकि उनके बच्चे पढ़ लिखकर कुछ आगे बढ़ सके पर यहां की स्थिति इतनी भयानक है कि यह छोटे बच्चे जो अभी कुछ जान समझ नहीं पाते ऐसे बच्चों से पढ़ाई के टाइम उन्हें सफाई में भिड़ाया गया है तो उन्हें शिक्षा कब दी जाएगी।
शनिवार को स्कूल सुबह संचालित होती है और बच्चे अध्यन कक्ष में न होकर झाड़ू लिए हुए सफाई कर रहे है। जिले की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और गुणवत्ता लाने जिला के कलेक्टरके द्वारा अभी कुछ दिन पूर्व ही औचक निरिक्षण कर शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया और समस्त शिक्षा अधिकारीयों को आदेशित किया गया। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने इस विषय पर जानकारी लेकर जाँच करने की बात कही।